जनसंख्या जिहाद ।

एक मोहल्ले में चार हिन्दू थे, बाहर से एक मुस्लिम रहने आ गया!
चारों हिन्दू के एक एक बच्चे थे, और दूसरों को नसीहत देते थे कि हम पढ़े लिखे लोग हैं, एक बच्चे के बाद परिवार नियोजन करवा लिया बहुत खुश हैं!

मोहल्ले में आये उस एक मुस्लिम ने 9 साल में दो बेगम की बदौलत 17 बच्चे पैदा कर दिए! कुल मिला कर हुए 20 लोग, 17बच्चे +1 बाप+ 2 अम्मी!

और तीन में से हर हिन्दू के घर हुए 1 पति+1 पत्नी + 1 बच्चा याने कुल 3 मेंबर एक घर में थे तो तीन हिन्दू घर मिला कर हुए 9 हिन्दू मोहल्ले में!

अब मुसलमान तो कुरान पढ़ेगा ही ये तो 100% सत्य है!  इस्लाम फैलाना ही एकमात्र काम है और यह भी सत्य है, तो 25 साल के बाद रमजान के महीने में एक हिन्दू के घर से आरती भजन की आवाज पर मुस्लिम बच्चे भड़क गए और उस हिन्दू के घर पर हमला कर दिया और एक बच्चे को पकड़ कर सारे मुस्लिम पीटने लगे तो उस बच्चे के माँ बाप सब डंडा लेकर उस मुस्लिम पर कूद पड़े!

थोड़ी देर में दंगा हो गया, हिन्दुओं के बचाव में बाकी दो हिन्दू भी आये लेकिन कुल संख्या थी 9 हिन्दुओं की, दूसरी तरफ 20 मुसलमान, अब जीत किसकी होगी? इसमें भी एक दो हिन्दू मुसलमानों को समझाने में लगे थे कि देखो भाई हम सब एक हैं, हम सब इंसान हैं, सेक्युलर हैं, अल्लाह भगवन एक है आदि आदि! तब तक एक हिन्दू परिवार ख़त्म हो गया! दुसरे को उसके बाद निपटा दिया गया और तीसरे सेक्युलर ने मौका भांप कर इस्लाम कबूल कर लिया!

(ये है जनसँख्या जिहाद - चुपचाप ताकत बढ़ाना और एक दिन जनसँख्या के दम पर अपनी सल्तनत स्थापित करना)

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